देश में निवासरत करोड़ों गोंडीयन गोंडी भाषा को यूनिवर्सल लैंग्वेज के रूप में उपयोग में लाए–नीलकंठ टेकाम


अखिल गोंडवाना गोंडी साहित्य परिषद द्वारा 21 वें गोंडी साहित्य सम्मेलन केलगिनकेरी, कटनार कोप्पा, भटकल उत्तर कन्नड़, कर्नाटक में श्री स्वामी रामानंदाचार्य के सानिध्य में संपन्न हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भारत सरकार के पूर्व मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ,अध्यक्षता साहित्य परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष भरत लाल कोर्राम द्वारा किया गया। अति विशिष्ट अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ के माननीय विधायक नीलकंठ टेकाम प्रदेश अध्यक्ष गोंडवाना गोंड महासभा, आर.एन. ध्रुव राष्ट्रीय सचिव गोंडवाना गोंड महासभा, हिम्मत सिंह आर्मो राष्ट्रीय को, रघुवीर सिंह मार्को राष्ट्रीय सांस्कृतिक सचिव, सुदे सिंह टेकाम मध्यप्रदेश, के एम मैत्री कर्नाटक, गंगाराम नेताम, सिडाम आरजू तेलंगाना, अश्वनी कांगे कोया भूमकाल क्रांति सेना के संस्थापक, गोंडी धर्माचार्य के पी प्रधान, रमा टेकाम मध्यप्रदेश के उपस्थिति में संपन्न हुआ। इस अवसर पर श्री कुलस्ते जी ने कहा कि जाति प्रमाण पत्र बनाने में आ रही दिक्कतों के समाधान हेतु राष्ट्रीय स्तर पर समस्याओं को रखा जाएगा। श्री टेकाम जी ने कहा कि अंग्रेजी एक यूनिवर्सल लैंग्वेज है, इसे लगभग सभी जगह बोली जाती है, समझी जाती है ,पूरे विश्व के लोग समझ जाते हैं कि क्या बोला जा रहा है। लेकिन हमारे गोंडीयन जन कन्नड़ में कुछ भी बोलते रहें , हिंदी, छत्तीसगढ़ी, उड़िया, मराठी,गुजराती आदि विभिन्न भाषाओं में बोलते रहिए ये केवल स्थानीय स्तर तक सीमित है। इसलिए देश में निवासरत करोड़ों गोंडीयन जनों को गोंडी भाषा को यूनिवर्सल लैंग्वेज के रूप में उपयोग में लाना होगा। तभी हम एकता के सूत्र में बन सकेंगे। उन्होंने कहा कि गोंडी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने हेतु महासभा निकट भविष्य में बड़े कार्यक्रम आयोजित करेगी। कार्यक्रम के अध्यक्ष श्री कोर्राम जी ने कहा कि देश में प्राचीन नाम के अनुकूल कई जिलों के नाम को बदलने का काम चल रहा है । ऐसे ही मध्यप्रदेश का नाम जो पहले गोंडवाना के नाम से जाना जाता था का भी नाम बदलकर गोंडवाना राज्य के रूप में होना चाहिए। आर एन ध्रुव ने कहा कि पूरे देश में गोंड समाज निवास रहते हैं ।भले ही गोंडीयन जनों की स्थानीय स्तर पर भाषा ,खान-पान अलग हो, लेकिन देव व्यवस्था ,रीति रिवाज, परंपरा पूरे देश में लगभग एक समान है। इस अवसर पर गोंडवाना पत्रिका के साथ डॉ के एम मैत्री द्वारा लिखी गई गोंडी, हिंदी, कन्नड़, अंग्रेजी डिक्शनरी का विमोचन किया गया। कार्यक्रम में पूरे देश भर के बड़ी संख्या में सामाजिक जन उपस्थित थे।

Digital Griot

Leave a Comment

Read More

मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक में विधायक मरकाम ने पोंडी उपरोड़ा के कोरबी में महाविद्यालय की किए मांग पाली/ गोंडवाना संदेश – मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में मंगलवार को मध्यक्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की पहली बैठक संपन्न हुई। बैठक में आदिवासी क्षेत्रों के विकास को लेकर कई अहम फैसले लिए गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी बहुल इलाकों में विकास संसाधनों की किसी भी प्रकार से कमी नहीं होने दी जाएगी। बैठक में बताया गया कि आदिवासी अंचलों के लिए सरगुजा, बस्तर और मध्य क्षेत्र के अलग-अलग विकास प्राधिकरण गठित किए गए हैं, जिससे क्षेत्रवार योजनाओं को तेज़ी से लागू किया जा सके। कोरबी में महाविद्यालय खोलने की मांग बैठक में छत्तीसगढ़ सरकार के सभी मंत्री उपस्थित रहे। विधायक पाली तानाखार तुलेश्वर हीरा सिंह मरकाम ने अपने क्षेत्र के विकासखंड पोंडी उपरोड़ा के कोरबी में महाविद्यालय खोलने की मांग किया विधायक द्वारा अवगत कराया गया कि कटघोरा ग्रामीण क्षेत्र से बहुत दूर हो जाता है जिसके कारण हायर सेकेंडरी पढ़ाई करने के बाद ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे उच्च शिक्षा से वंचित हो जाते हैं यदि ग्रामीण क्षेत्र की बच्चों को उच्च शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए विकासखंड पोंडी उपरोड़ा के कोरबी में महाविद्यालय संचालित किया जाता है तो दुरांचल ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे लाभान्वित होंगे। नवीन सब स्टेशन के लिए किए मांग आवेदन के माध्यम से मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि विधानसभा क्षेत्र पाली-तानाखार अंतर्गत विकास खण्ड पाली/पोंड़ी उपरोड़ा में विद्युत आपूर्ति की बहुत ही दयनीय स्थिति है। सभी ग्रामों में केवल कुछ ही घंटो के लिए विद्युत आपूर्ति किया जाता है। जिससे सभी ग्रामीण / शहरी विद्युत उपभोक्तओं में प्रशासन के प्रति गहरी नराजगी हैं। जिस संबंध में मेरे द्वारा पत्र क्र. 316/एम.एल.ए-23/ नि.स./2025, पाली-तानाखार, दिनांक 22.08.2025 के अनुसार अधीक्षण अभियंता छ.ग.रा.वि.वि.क. मर्या संभाग / उपसंभाग कोरबा जिला कोरबा (छ. ग.) के द्वारा दिनांक 25.08.2025 को मुख्य अभियंता छ.ग.रा.वि.वि.कं. लि. रायपुर छ.ग. की ओर आवश्यक कार्यवाही किये जाने हेतु पत्र प्रेषित किया गया है। अतः विकास खण्ड पाली / पोंड़ी उपरोड़ा में निम्नांकित जगहो पर विद्युत सब स्टेशन निर्माण की अत्यंत आवश्यकता है 1. सिल्ली, 2. ईरफ, वि.ख. पाली 1. तानाखार, 2. तुमान, 3. लैंगा, 4. पिपरिया वि.ख. पोंड़ी उपरोड़ा में विद्युत सब स्टेशन निर्माण का स्वीकृति प्रदान करेंगे। मुख्यमंत्री शहरी विद्युतीकरण योजना से राशि आवंटन की मांग विधायक ने एक अन्य आवेदन में बताया कि नगर पंचायत पाली वर्ष 2008-09 से कार्यशील है। विदित हो की पाली शहर के विद्युतीकरण हुए करीब चालीस वर्ष पूर्ण हो चुके है जिसके कारण अनेकों स्थानों पर तार जर्जर अवस्था में है। पुरानी बसाहटें होने के कारण अनेको स्थानों में लाईन अव्यवस्थित स्थिति में है जिससे बड़ी दुर्घटना घटने की पूर्ण संभावना बनी रहती है. साथ ही अनेको स्थानों में विद्युत वितरण ट्रांसफार्मर स्थापना और विद्युत वितरण की नितांत आवश्यकता है। अतः विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत नगर पंचायत पाली शहर के विद्युत व्यवस्था में सुधार हेतु मुख्यमंत्री शहरी विद्युतीकरण योजना के तहत पांच करोड़ की राशि स्वीकृति करने का कष्ट करेंगे। कृषि पंप कनेक्शन हेतु विद्युत कनेक्शन के लक्ष्य बढ़ाएं तीसरे आवेदन में बताया गया कि कोरबा जिला एक आदिवासी बाहुल्य जिला है। कोरबा जिला की कृषि प्राकृतिक वर्षा पर आधारित है जिसके कारण यहां पर किसान एक ही फसल का उत्पादन कर पा रहे हैं। अभी-अभी कोरबा जिले के कृषकों में कृषि नलकूप खनन के प्रति जागरूकता उत्पन्न हुई है लेकिन विद्युत कनेक्शन के पर्याप्त संख्या में लक्ष्य प्राप्त नहीं होने के कारण अनेकों किसान के विद्युत कनेक्शन लंबित हैं। वर्ष 2025-26 हेतु कोरबा जिले के लिये 300 नग विद्युत पंप कनेक्शन का लक्ष्य आबंटन करने का कष्ट करेंगे। विधायक ने बताया कि मुख्यमंत्री ने इन सभी मांगों पर उचित कार्रवाई और शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया है।