KORBA NEWS,पाली:- गोंडवाना गणतंत्र पार्टी युवा मोर्चा जिला इकाई कोरबा के तत्वाधान में 20 अगस्त से जारी अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन आज 8 वें दिन भी जारी रहा। धरना प्रदर्शन के माध्यम से शासन प्रशासन को जगाने की प्रयास किया जा रहा है लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि कुंभकर्णी निंद्रा में सोये अधिकारी की गैर जवाबदेही के कारण अनिश्चित कालीन धरना आठवां दिन भी जारी रहा। क्षेत्रीय विधायक श्री तुलेश्वर हीरा सिंह मरकाम पुनः धरना स्थल पर पहुंचकर आंदोलन रत कार्यकर्ताओं की हौसला आफजाई करते हुए कहा कि अपने मातहत कर्मचारियों को आर्थिक अनियमितता से बचाने के लिए भरपूर प्रयास किया जा रहा है। क्षेत्र की जनता भलीभांति अवगत है । पूर्ववर्ती सरकार और विधायक का क्षेत्र की जनता के साथ संबंध कैसा रहा है।क्षेत्र में समस्या की अंबार है।आगे उन्होनें कहा कि संबंधित जनपद सीईओ एसडीओ, इंजीनियर को बचाने के लिए उच्च अधिकारी मौन धारण है। शासन प्रशासन को न्याय करना ही पड़ेगा अन्यथा अगले चरण में कलेक्ट्रेट का घेराव किया जाएगा।
पाली के शिव मंदिर चौक पर पिछले एक हफ्ते से गोगपा कार्यकर्ता अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं। पाली जनपद पंचायत अंतर्गत 16 पूर्व सरपंचों के खिलाफ विभिन्न निर्माण कार्यो में कथित अनियमितता पर रिकव्हरी के एक तरफा कार्रवाई के विरोध मे जारी धरना के आठवें दिन विधायक तुलेश्वर मरकाम फिर से पहुंचे । उन्होंने संबोधित करते हुए कहा कि जनता और भोले भाले ज़न प्रतिनिधियों के शोषण के खिलाफ उनकी जंग जारी रहेगा और इस मामले में प्रशासन को अपना रवैया साफ करना पड़ेगा। सरपंचों के मामले में न्यायोचित कार्रवाई नहीं होने के कारण ही हम चरणबद्ध आंदोलन को मजबूर हुए हैं ,यदि प्रशासन के कानों में अब भी जूँ नहीं रेंगती है तो वह कोरबा जाकर कलेक्ट्रेट का घेराव करेंगे। गोंगपा के कार्यकर्ता न्याय के लिए वचन बद्ध हो चरण बद्ध आंदोलन कर न्याय चाह रहे हैं ।उन्होंने कहा कि विभागों में व्याप्त भ्रष्टाचार और आम जनता के शोषण के खिलाफ वे सदैव तत्परता से आगे खड़े रहेंगे।
धरना स्थल पर ले रहे आवेदन
धरना स्थल पर शासन के विभिन्न विभागों से संबंधित व्यक्तिगत या आम जनता की समस्या जैसे वनाधिकार पट्टा , आवास,राशन कार्ड, बिजली बिल, राजस्व मामले, राशनकार्ड एवम् अन्य समस्या को लेकर ग्रामीण पहुँच रहे हैं। विधायक श्री मरकाम ने विश्वास दिलाया कि सभी समस्याओं और मांग पर गंभीरता पूर्वक सकारात्मक कार्यवाही होगी।
ग्राम पंचायत लिटियाखार के पूर्व सरपंच के मृत्यु बाद बेटा से किया रिकव्हरी
एसडीएम ने उत्तराधिकारी का दिया हवाला
जनपद पंचायत पाली अधीनस्थ ग्राम पंचायत लिटिया खार के पूर्व सरपंच के बेटा प्रताप सिंह ने बताया कि वर्ष 2013 से 2018 तक श्रीमती सहोद्राबाई उइके निर्विरोध सरपंच रही । जिनके कार्यकाल में किए गए विभिन्न निर्माण कार्य का पुनः मूल्यांकन के नाम पर राजनीतिक षडयंत्र के तहत 3 लाख 75 हजार 212 रुपए की रिकव्हरी मामला दर्ज कर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कटघोरा में प्रकरण पंजीबद्ध किया गया । प्रकरण जारी अवधि में दिनांक 13 / 11 / 2020 को संबंधित सरपंच श्रीमती सहोद्रा बाई उइके की निधन हो गई । निधन होने के बाद अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पाली द्वारा उनके सुपुत्र को राजस्व वसूली के नाम पर मानसिक रूप से प्रताडित करते हुए कहा गया कि आपके माता ग्राम पंचायत लिटियाखार की सरपंच थी, जिनके द्वारा शासकीय राशि का गबन किया गया है । निर्माण कार्य में अनियमितता बरतते हुए अधिक राशि का आहरण किया गया है ।जिसकी भरपाई आपको उत्तराधिकारी होने के नाते करना होगा अन्यथा जेल जाना होगा । एसडीएम पाली द्वारा बार-बार दबाव बनाकर राजस्व वसूली के लिए नोटिस जारी किया जा रहा था । इस बीच मेरे पिता का निधन हो गया जो तत्कालीन सरपंच रहे। मेरे पिता द्वारा एसडीएम से निवेदन किया गया था कि सरपंच श्रीमती सहोद्रा बाई उइके थी ना कि उनके पुत्र प्रताप सिंह उनसे रिकव्हरी करना उचित नहीं है। लेकिन एसडीएम द्वारा दबाव पूर्वक कार्यवाही किया गया। इस बीच मेरे पिता का भी निधन हो गया। कानूनी प्रक्रिया के डर से मेरे द्वारा जमीन बेचकर राशि जमा किया गया । जिसके वजह से मुझे परिवार का पालन पोषण करने में कई प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है , क्योंकि पूर्व में एक्सीडेंट होने के वजह से मेरा एक पैर काम नहीं कर रहा है । स्थाई रूप से घर पर रहता हूं । परिवार का जिम्मेदारी उठाने में अक्षम हूं । जिस प्रकार से मुझे एसडीएम पाली द्वारा मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हुए जमीन बेचने का विवश किया गया है । प्रताप सिंह ने अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन स्थल मंदिर चौक पाली में उपस्थित होकर श्री मरकाम विधायक पाली तानाखार से आप बीती बताते हुए कहा कि मेरे साथ अन्याय हुआ है। मुझसे जो रिकव्हरी की राशि एसडीएम पाली द्वारा लिया गया है। उसे वापस दिलाया क्योंकि पंचायत प्रतिनिधि मेरी मां थी। मुझसे पैसा जमा कराना पूर्णतः मेरा सीधा साधापन का लाभ उठाना है।
पूर्व सरपंच के पुत्र के कथन से प्रतीत होता है कि जिन 16 सरपंच में से कुछ सरपंच द्वारा राशि जमा किया गया है वे लोग एकपक्षीय कार्यवाही से परेशान होकर जमा किया गया है।
ग्राम पंचायत पोड़ी सरपंच द्वारा रिकव्हरी की राशि जमा करने के बाद भी प्रकरण को नस्तीबद्ध नहीं किया गया है। जबकि पोंड़ी पंचायत की अनियमितता का नायब तहसीलदार पाली राठिया एवं वरिष्ठ करारोपण अधिकारी द्वारा अभिमत लेकर अंतिम रिकव्हरी की राशि विभागीय रुप से स्वीकार किया जा चुका है।
