अजय सिंह पोर्ते, संवाददात
सरगुजा संभाग, छत्तीसगढ़।
सूरजपुर/छत्तीसगढ़,गोंडवाना संदेश:- आज समय सीमा की समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में रखी गई थी। जिसमें कलेक्टर श्री रोहित व्यास ने जिले में संचालित सभी योजनाओं की विभागवार जानकारी प्राप्त की और आवश्यक निर्देश दिए। इस बैठक में अपर कलेक्टर श्रीमती नयनतारा सिंह तोमर, डिप्टी कलेक्टर श्रीमती शिवानी जायसवाल, सर्व एसडीएम सहित अन्य संबंधित जिला अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
इस अवसर पर जिले में शिक्षा व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने जिले के सभी स्कूलों की स्थिति की जानकारी लेते हुए अधोसंरचना को बेहतर करने के निर्देश दिए। शाला प्रवेश, स्कूलों में साफ सफाई की अच्छी व्यवस्था एवं स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति की मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। इसके अलावा उल्लास कार्यक्रम के तहत साक्षरता कार्यक्रम को शत प्रतिशत रूप में लागू करने के निर्देश दिए।
उन्होंने गहन डायरिया नियंत्रण कार्यक्रम की जानकारी लेते हुए इसके सफलतापूर्वक क्रियान्वयन के लिये स्वास्थ्य विभाग को कहा है। इसके अलावा समस्त नगरीय निकायों के सीएमओ को स्पष्ट निर्देश दिए कि लोगों के घर में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध हो, जिसके लिए सैंपल की जांच कराएं।
कलेक्टर ने समीक्षा करते हुए कृषि, सहकारिता विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि किसानों को खाद, बीज, रासायनिक उर्वरक तथा कीटनाशकों की आसानी से उपलब्धता सुनिश्चित कराएं एवं उनकी उपलब्धता की नियमित मॉनिटरिंग करें और कृषकों के साथ नियमित संपर्क में रहें।
सूरजपुर जिले में ’एक पेड़ मां के नाम’ अभियान को पूर्णतः सफल बनाने का भी निर्देश कलेक्टर ने दिए।
इसके अलावा बैठक में उन्होंने लंबित पेंशन प्रकरणों को शीघ्र निपटाने के लिए सम्बन्धित अधिकारियो को निर्देश दिए। जिले में ’एक पेड़ मां के नाम’ अभियान को पूर्णतः सफल बनाने के लिए इसके अंतर्गत सभी निर्देशों को लागू करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने वर्षा ऋतु को देखते हुए भूमिगत जल रिचार्ज के लिए वाटर हार्वेस्टिंग कार्यक्रम को सफलता पूर्वक लागू करने को कहा और साथ ही सभी शासकीय भवनों में शतप्रतिशत रूप में वाटर हार्वेस्टिंग लगाने के लिए निर्देशित किया।
इसके अलावा उन्होंने जल जीवन मिशन, सुरक्षित मातृत्व अभियान, चिरायु योजना, राशन कार्ड निर्माण की स्थिति, स्वच्छा ग्राहियों का शत प्रतिशत ई पंजीयन का जायजा लिया। उन्होंने आंगनबाड़ी की स्थिति, बच्चों में कुपोषण की स्थिति का जायजा लेते हुए आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।
