अमुरकोट गोंडवाना संदेश:- बैशाख पूर्णिमा के शुभ अवसर पर गोण्डवाना सेवा न्यास अमूरकोट,अमरकंटक के राष्ट्रीय मुख्यालय अखंड ज्योति कलश फडापेन ठाना जमुनादादर अमरकंटक में नरमादा ज्येष्ठ दाउदाई शक्ति की विशेष पेनगोंगों गोण्डवाना सेवान्यास अमूरकोट अमरकंटक के द्वारा आयोजित किया गया।सबसे पहले मध्यप्रदेश शासन द्वारा एक करोड रुपये की लागत से बन रहे जनजातीय समुदायिक भवन का निरीक्षण गोण्डवाना सेवान्यास अमूरकोट के राष्ट्रीय अध्यक्ष जनक ध्रुव जी ,डा.बालमुकुंद मरावी जी ,बी.एल.जगत जी (मीडिया प्रभारी ) रामसिंह मरावी (कार्यवाहक जिलाध्यक्ष बिलासपुर गों.ग.पा) एवं एकादशी पोर्ते जी (लेखापाल विकासखंड शिक्षा अधिकारी कोटा) के संयुक्त तत्वावधान में किया गया तथा निर्माण एजेंसी को आवश्यक सुझाव दिया गया।विदित हो कि गोण्डवाना मेला मैदान में भवन ,शौचालय तथा बाराती अमरकंटक में जनजातीय समुदायिक सांस्कृतिक भवन का निर्माण गोण्डवाना सेवान्यास अमूरकोट के लेटरहेड तथा मांग पर किया जा रहा है।जिसे निर्माण पुरा हो जाने के बाद गोण्डवाना सेवान्यास अमूरकोट ,अमरकंटक को हैंड ओवर कर दिया जावेगा। तत्पश्चात गोण्डवाना सेवान्यास द्वारा आयोजित विशेष ज्येष्ठ दाउदाई शक्ति की पेनगोंगों में सम्मिलित हुए ,पेनगोंगों में विशेष रूप से अखिल गोण्डवाना कोया पूनेम भूमका सेवा संघ के भूमका आदरणीय रावेणशाह इनवाती जी ,(महाराष्ट्र वर्धा) ,जीत लाल मस्कोले जी (मध्यप्रदेश), सैयाम जी (सरगुजा) जीवन ध्रुव (प्रदेशाध्यक्ष कोयापूनेम भूमका संघ छत्तीसगढ़), ए.के .मरकाम (भाटापारा) ,हेमंत मरावी (अधिवक्ता डिंडौरी मध्यप्रदेश) तथा सैकड़ों भूमका पंडा पुजारी ,न्यास के जिला संयोजकों ,ब्लाक संयोजकों ,देशभर से आये मातृशक्तियों ,पितृशक्तियों सहित मूलवंशी समुदायों के अधिकारी ,कर्मचारी उपस्थित रहे। गोण्डवाना भूभाग के विभिन्न क्षेत्रों से आये हुये सभी लोगों के लिए गोण्डवाना सेवान्यास की ओर से भोजन व्यवस्था किया गया था जिसमें भी लोगों ने भोजन ग्रहण किया।प्रतिवर्षानुसार अगले वर्ष भी इस बैशाख पूर्णिमा पर ज्येष्ठ दाउदाई शक्ति की पेनगोंगों आयोजित किया जावेगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता गोण्डवाना सेवान्यास के राष्ट्रीय अध्यक्ष जनक ध्रुव जी ने किया तथा संचालन बी.एल.जगत जी (महासचिव गोण्डवाना शासकीय कर्मचारी यूनियन छ.ग.एवं पदेन मीडिया प्रभारी गोण्डवाना सेवान्यास अमूरकोट ,अमरकंटक ने किया,आभार प्रदर्शन डां.बालमुकुंद सिंह मरावी (सचिव) ने किया।
